😸 *दोस्त पिछै मूड़ ओर देखो अपना *अपना अपना बचपन ओर आज तक की इस जीवन यात्रा को*
*मेरे।👇*🫂🐈🐰🐶*मेरे एक जिगरी दोस्त और लंगोटिया यार ने आज पुछा की क्या बचपन कभी याद आता है??? 😂😂😂😂😂😂😂 *तो मेरे मन में विचार उठने लगे ओर बचपन से लेकर आज तक की यादें तरोताजा हो गई और सारे विचार झरने कि तरह बहकर इस कहानी ओर मेरी जीवनी के रूप में*🍎🍎🍎🍎✍🏼✍🏼*मेरे पैन से मेरी डायरी में उतरने लगे*
🙏🙏🙏 ये कहानी हम सब खासकर उन भारतीय लोगों को याद दिलाना चाहता हूं जिन्होंने समय के खंडकाल साल 👉👉👉👉👉👉*1954-55 से आज 04 फरवरी 2022 तक का जीवन सफर तय किया हैउन भाईयों की 🫂🫂🫂🫂🫂🫂🫂🐶
*2022 से 1955 के दशक कि तरफ जब मैं सोचता हूं तो मुझे अर्थात बचपन की तरफ़ जो 67 साल बीत गये उन सालो का जीवन सफर बिताया है उन दोस्तों को याद दिलाना चाहता हूं या जो 60-62साल के क़रीब के है। उन एशियन मूल के लोगों को के लिए यह कहानी बहुत ही खास है।🙏🏻🙏🏻🙏🏻*
*मेरा मानना है कि दुनिया में जितना बदलाव हूआ है जीवन के हर एक फ्रंट पर चाहे वो इकोनोमिक ,टैकनीकल, संस्कारिक तोर पर रहने सहन से संबंधित हो या*
👉👉👉🤓🤓जो जो बदलाव हमारी पीढ़ी ने देखा है मुझे लगता है हमारे बाद आगे आने वाली किसी भी पीढ़ी को "शायद ही" इतने बदलाव देखने को मिलेंगे या देख पाना संभव होगा भविष्य में।*
🤔🤔🤔
🤭🤔अगर देखो और याद करो तो *हम उस समय के दौर के लोग हैं जिंनहोने*
बैलगाड़ी🚲🚀 से लेकर सुपर सोनिक जेट देखे है।🚀🚀
🤔🤔 *बैरंग ख़त पत्र से लेकर लाइव चैटिंग तक देखा है*
और "वर्चुअल मीटिंग ,वर्चुअल रैलिया जैसी" असंभव लगने वाली बहुत सी बातों को सम्भव होते हुए देख रहे है।*
🙏🏻 *🤔🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है*
*जिन्होंने कई-कई बार मिटटी के घरों में बैठ कर परियों और राजाओं की कहानियां सुनीं है।
ज़मीन पर बैठकर खाना खाया है।
प्लेट में डाल डाल कर चाय पी है।*
*🙏 🤔🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है* ?*
*जिन्होंने बचपन में मोहल्ले के मैदानों में अपने दोस्तों के साथ पम्परागत खेल,
गिल्ली-डंडा,
छुपा-छिपी, खो-खो,
कबड्डी,
कंचे जैसे खेल, खेले है।*
*🙏🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है* ?*
*जिन्होंने चांदनी रात में डीबरी, लालटेन या बल्ब की पीली रोशनी में स्कूल होम वर्क किया है तथा
दिन के उजाले में चादर के अंदर छिपा कर नावेल या कौमिक गेम वाली किताबें पढी है।*
*🙏🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है*?*
*जिन्होंने अपनों के लिए अपने जज़्बात पत्रो_-खतों में आदान प्रदान किये है और उन ख़तो के पहुंचने और जवाब के वापस आने में महीनों तक इंतजार किया है।*
*🙏🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है* ?*
*जिन्होंने कूलर, एसी या हीटर के बिना ही बचपन गुज़ारा है। और मेने तो बिजली के बिना भी गुज़ारा किया है।*
*🙏🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है*?*
*जो अक्सर अपने गांव के नाई से छोटे बालों में सरसों का ज्यादा तेल लगवाते थे और इसी सरसों के तेल को लगाकर स्कूल और शादियों में जाया करते थे।*
*🙏🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है*?*
*जिन्होंने निली स्याही वाली कर्म दावात को या पेन के रूप मे कॉपी किताबें, कपडे और हाथ काले-नीले किये है। लकड़ी तख़्ती पर तलसंडा एक पोधा या सेठे की क़लम से लिखा है और तख़्ती को हर रोज धोया और पोंछा है।*
*🙏🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है**
*जिन्होंने टीचर्स मास्टर जी से मार खाई है और घर में शिकायत करने पर फिर मां या बाप से मार खाई है। क्यों की मास्टर जी की शिकायत करना अपने गूरू का अनादर माना जाता था*
*🙏🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है* ?*
*जो मोहल्लेके बुज़ुर्गों को दूर से देख कर नुक्कड़ से भाग कर घर आ जाया करते थे। और समाज के बड़े बूढों की इज़्ज़त डरने की हद तक करते थे। बड़ों से डरना ही उनका सम्मान करना माना जाता था*
*🙏 🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है* ?*
*जिन्होंने अपने स्कूल के सफ़ेद केनवास शूज़ पर सफेद चाक, खड़िया का पेस्ट लगा कर चमकाया है!*
*🙏🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है*।*
*जिन्होंने गुड़ की चाय पी है। काफी समय तक सुबह नीम किकर यानी बबूल की दातून, काला या लाल दंत मंजन या सफेद टूथ पाउडर इस्तेमाल किया है
@* कभी कभी तो नमक से या लकड़ी के कोयले से दांत साफ किए है।*
*🙏🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है*।*
*जिन्होंने चांदनी रातों में, रेडियो पर BBC की ख़बरें, विविध भारती, आल इंडिया रेडियो, फौजी अफसर बिनाका गीत माला को बहुत ही पसंद करते थे
हमने हवा महल जैसे प्रोग्राम पूरी शिद्दत से सुने है।*
*🙏🤔मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है**
*जब हम सब शाम होते ही छत पर पानी का छिड़काव किया करते थे।*
*उसके बाद सफ़ेद चादरें बिछा कर सोते थे।*
*एक स्टैंड वाला🎡 पंखा जिसको हरियाणा में फरांटा जो सब को हवा के लिए हुआ करता था।*
*केई बार तो सुबह सूरज🙄 निकलने के बाद भी ढीठ बने सोते रहते थे।*
🤔🤔🙄🙄🙄*दोस्त कितना बदलाव हो गया अब वो*
🤔🙄 *वो सब दौर बीत गया। चादरें अब नहीं बिछा करती।*
*डब्बों जैसे छोटे छोटे कमरों में कूलर,या AC एसी एयर कंडीशनर के सामने रात दिन गुज़रते है।*
*🙏🤔🙄मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है**
*जिन्होने वो खूबसूरत रिश्ते और उनकी मिठास बांटने वाले लोग देखे है, जो लगातार कम होते चले गए।* क्या रिलेशन होते थै कई कई दिन अपनी बुआ, मामा शहर वाले दादा के पास रह लेतै थे
*🤔🙄अब तो लोग जितना पढ़ लिख रहे है, उतना ही खुदगर्ज़ी, बेमुरव्वती, अनिश्चितता, अकेलेपन, व निराशा में खोते जा रहे है।*
*और*
*🙏🙄हम वो खुशनसीब लोग है, जिन्होंने रिश्तों की मिठास महसूस की है...!!*
🙏 *मैंने जब मुड़ कर देखा तो हम वो लोग है* जिन्होंने एक ऐसा "अविश्वसनीय सा" लगने वाला नजारा देखा है। खासकर इस कोरोना के खंडंकाल मे*
*🫂👹👹👹👹👹आज के इस करोना काल कोविड -19 में परिवारिक रिश्तेदारों👨👩👧👧👨👨👧👩👧👩👧👦👨👦 (बहुत से पति-पत्नी, बाप-बेटा, भाई-बहन आदि ) को एक दूसरे को छूने से डरते हुए भी देखा है। पत्नी को कहते देखा कहीं इसकी वजह से मेरी जान को कोई छोटा-मोटा खतरा ना हो जाए*
🙏 *अरे ??🙄🙄🤔🤔🤔?पारिवारिक रिश्तेदारों की तो बात ही क्या करे खुद मुझको अपने ही हाथ प्यारे से लगने लगे से अपनी ही नाक और मुंह को छूने से डरते हुए भी देखा है।*
🙏 *"अर्थी" डैड बाड़ी को बिना चार आदमी भाईचारा 🖖, रिलेटिव के कंधों 💪🏻 के बिना श्मशान घाट पर जाते हुए भी देखा है।*
*"पार्थिव शरीर" को दूर से ही "अग्नि दाग"🧨🧨🧨 लगाते हुए यानी दहन करना भी देखा है।*🙏
*🙏हम आज के भारत की एकमात्र वह पीढी के लोग है🤔🤔🤔🤔🤔🙄 जिसने अपने " माँ-बाप " दादा -दादी की बात भी मानी और आज अपने "बच्चों" की भी मान रहे है।*
🙏 *आज शादीयों में (buffet System) खाने में वो आनंद नहीं जो पंगत लाईन में 👓🥜🥜🥜 बैठकर मिठाई भोजन खाने मे आता था जैसे....*
*सब्जी देने वाले को गाइड करना, कि भाई हिला के डालीये या देना या उपर उपर तरी तरी घी उतार कर डाल देना!*
👉 *उँगलियों के इशारे से 2 लड्डू 🥨🍨🍥🍥या चार गुलाब जामुन, काजू कतली की मिठाई लेना*
👉 *गरमा गरम पूडी छाँट छाँट के और लाल लाल फूली हुई गरम गरम लेना !*
फिर मेरी आदत थी की
👉 *🤔पीछे वाली लाईन पंगत में झांक के देखना क्या क्या माल मिठाई आ गयी है, ओर मेरी अपनी लाईन मे इधर क्या बाकी है और जो बाकी है उसके लिए आवाज लगाना।*
*👉🤔 पास वाले रिश्तेदार के पत्तल में जबरदस्ती पूडी या लड्डू जलेबी 🍪 रखवाना!*
👉 🤔 *रायते वाले को या पालक पनीर वाले को दूर से आता देखकर फटाफट रायते का डोना बर्तन उठाकर पीना ओर फिर ओर मांगना ।*
👉 *पहले वाली पंगत कितनी देर में उठेगी उसके हिसाब से बैठने की पोजीशन बनाना।**👉 और आखिर में पानी वाले को खोजना।* मैंने जैसे ही इस कहानी को पोस्ट किया मेरे पास दोस्तों के फोन आने शूरू हो ग्रे और कहने लगे यार 🤔🤔🤔🤔🤔जगबीर 🤔🤔🫂 *तूने तो रियल में बचपन क्या मुझे तो घंटों तक आनंदित कर के रखा शायद पहली बार मेरे को अपने जीवन को आपकी तरह याद करने का मौका मिला है धन्यवाद दोस्त मेरे भाई मुझे भी वो दिन याद है जब हम* *साइकिल🚲 के टायर को डंडीं🦯 से भगाते भगाते कई किलोमीटर भागने का जो मजा आता था या लिया है, ओर वो तेरे ताऊ रत्न सिंह का लड़का जयबीर तो गिलास में मोमबत्ती लगाकर पुरे गांव घुमाता था। ओर वो भी याद आया जब हम*
🤔🤔🤔🤔🤔*जुलाना स्कुल के सामने बंसीराम बणींया चाट बेचने वाले से 10पैसै में चाट का डोना और मुली मसाले वाली 5 पैसे में मिलती थी*
🥗🧆🥒*चाट मुली खा खा कर जो मजा मैंने 1979-1980 मे लिया *
वो स्वाद वो मजा*
🤔🤔🤔🙈 *में आज 5🌆🏙️🌅सटार🏤🏤 होटलों में भी महशूश नहीं कर पाता हूं*
👉👉 क्यों की उस समय कि इंडियन🇳🇪 करेंसी के 10 पैसे की वैल्यू आज के 10रूपये के बराबर है। क्यों की मेरे पास जैब खर्च पाकेटमनी के सिर्फ 10 पैसे ही मिलते थेउस समय🤔👉🙏🙏
धन्यवाद भाई 🤝🤝*जगबीर सिंह लाठर*🤝🤝🤝 आपने तो आज बचपन सच में याद दिलाकर बहुत खुश कर दिया
नमस्कार भाई।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
😜 😝😝😍
*लेकिन लेकिन एक बात बोलूँ भाई ईनकार मत करना इस कहानी* *को जितने मर्जी सोसल मीडिया पर भेज दो लोग इसको बड़े मजे से पढ़ेंगे ओर घंटों* इंजवाय करेंगे।
👉👉🙏*क्योंकि जो इस कहानी* को पढेगा उसको उसका बचपन जरुर याद आयेगा ओर वो याद याद करके इतना खुश होगा*
🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🙏 *वह आपकी वजह से अपने बचपन में चला जाएगा, चाहे कुछ देर के लिए ही सही।और ये आपकी तरफ से उसको सबसे अच्छा गिफ्ट होगा।*
🙏🙏🙏🤝🤝🤝 *मैंने कहा दोस्त इसी मकसद के लिए कि मेरी वजह से अगर कोई आत्मा, प्राणी, या पशु पक्षी अगर संतुष्ट होता है तो इसी के लिए मैंने अपना* *🤝🤔🤔🤔*https://www.clickhappyhuman.blogspot.com ब्लाग वैबसाईट बनाया है*
🙏🙏 *आज ही आप भी संकल्प लेना मेरे दोस्त कम कम अपने 100 जानकार दोस्तों को इस ब्लॉग के बारे में दूसरों को बताना ताकि वो भी खूनी से गद् गद् हो जायें*
🇳🇪🇳🇪🙏🙏🙏जयहिंद जय भारत, सलाम, सतश्रीअकाल, Good Morning, Good Evening , Good Night to you मेरे दोस्त।🤝🤝🤝🙏🙏🙏🙏🙏🙏


hello dear how r you
ReplyDelete